Manav Bhugol ke Janak Kaun Hai- मानव भूगोल के जनक कौन है

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Manav Bhugol ke Janak Kaun Hai

Manav Bhugol ke Janak Kaun Hai-मानव भूगोल के जनक कौन है

मानव भूगोल की परिभाषा: 

मानव भूगोल भूगोल का प्राथमिक अंग है, जिसके अंतर्गत मनुष्य का उसकी वर्तमान परिस्थिति से सम्बन्ध आदि से लेकर अभी तक पर विचार किया जाता है। मानव भूगोल के सबसे प्रसिद्ध और आम तौर पर स्वीकृत अर्थों में से एक है।
भूगोल एक काफी महत्वपूर्ण सब्जेक्ट है जिसके अंतर्गत हमें पृथ्वी के धरातल को समझने में काफी मदद मिलती है। 

मानव भूगोल का जनक किसे कहा जाता है?

कार्ल रिटर को मानव भूगोल का जनक कहा जाता है। इन्ही के द्वारा शुरुआती समय में मानव भूगोल के बारे में जानकारी दी गई थी, जिसके कारण उन्हें मानव भूगोल का जनक भी कहा जाता है। आधुनिक भूगोल के संस्थापकों में से एक और बर्लिन के हम्बोल्ट विश्वविद्यालय में भूगोल में पहली कुर्सी में से एक माना जाता है, उन्होंने अपने कार्यों में कार्बनिक समानता के उपयोग के लिए भी उल्लेख किया।

कार्ल रिटर:

जन्म-कार्ल रिटर का जन्म 7 अगस्त, 1779 ई॰ को जर्मनी क्वेडलिनबर्ग नामक स्थान पर हुआ
मृत्यु-रिटर की मृत्यु 28 सितम्बर 1859 ई॰ को बर्लिन में हुयी।
पुस्तक- Geographycal Studies, The Comparative Geography

कार्ल रिटर का जीवन:

रिटर के पिता एक चिकित्सक थे और उनकी मृत्यु तभी हो गयी जब कार्ल रिटर की उम्र मात्र पांच साल थी। स्नेप्फेन्थल में स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद रिटर को फ्रैंकफर्ट के एक बैंकर प्राइवेट नौकरी मिली। नौकरी के दौरान ही हाले विश्वविद्यालय में शिक्षा ग्रहण की। ये इतिहास भी पढ़ाया करते थे। 1821 में उन्होंने डॉक्टरेट हासिल की। इन्होंने चालीस वर्षों तक, बर्लिन विश्वविद्यालय की सेवा की।

मानव भूगोल

भूगोल की प्रमुख शाखा हैं जिसके अन्तर्गत मानव की उत्पत्ति से लेकर वर्तमान समय तक उसके पर्यावरण के साथ सम्बन्धों का अध्ययन किया जाता हैं। मानव भूगोल की एक अत्यन्त लोकप्रिय और बहु अनुमोदित परिभाषा है, मानव एवं उसका प्राकृतिक पर्यावरण के साथ समायोजन का अध्ययन। मानव भूगोल में पृथ्वी तल पर मानवीय तथ्यों के स्थानिक वितरणों का अर्थात् विभिन्न प्रदेशों के मानव-वर्गों द्वारा किये गये वातावरण समायोजनों और स्थानिक संगठनों का अध्ययन किया जाता है।

मानव भूगोल में मानव-वर्गो और उनके वातावरणों की शक्तियों, प्रभावों तथा प्रतिक्रियाओं के पारस्परिक कार्यात्मक सम्वन्धों का अध्ययन, प्रादेशिक आधार पर किया जाता है। मानव भूगोल जिग्यासावान मनुष्य पर प्रगतिशील प्रकृति के नियंत्रण व समन्वय का अध्ययन हैं ।

मानव भूगोल पृथ्वी की सतहों और मानव समुदायों के बीच सम्बंधों का संश्लेषित अध्ययन है। यह तीन संघटकों से निकटतम रूप में जुड़ा हैः

  • मानवीय जनसंख्या का स्थानिक विश्लेषण।
  • मानवीय जनसंख्या और पर्यावरण के बीच के संबंधों का पारिस्थितिक भूगोल।
  • विश्लेषण और प्रादेशिक सश्लेषण, जो कि धरातल के क्षेत्रीय विभेदीकरण में पहली दोनों विषयवस्तुओं को जोड़ता है।
मानव भूगोल का महत्व

मानव भूगोल का महत्व दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। यूरोपीय देशों, संयुक्त राज्य अमेरिका तथा भारत के विश्वविद्यालयों में इसके अध्ययन में अधिक रूचि ली जा रही है। पिछले लगभग 40 सालों में मानव भूगोल के अध्ययन क्षेत्र का विकास हुआ है। और संसार के विभिन्न देशों में वहाँ की जनसंख्या की आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक उन्नति के लिये संसाधन-योजना में इसके ज्ञान का प्रयोग किया जा रहा है।

रेटजेल के अनुसार, “मानव भूगोल के के दृश्य सर्वत्र पर्यावरण से संबंधित होता है जो की स्वयं भौतिक दशाओं का एक योग्य होता है।
रेटजेल की शिष्या व प्रसिद्ध अमेरिकन भूगोलवेत्ता एलन सैम्पल के अनुसार ” मानव भूगोल चंचल मानव और अस्थायी धरती के पारस्पपरिक परिवर्तनशील सम्बन्धो का अध्ययन है ।

भूगोल किसे कहते है?

भूगोल वह शास्त्र है जिसके द्वारा पृथ्वी की आन्तरिक और बाहरी अध्ययन करते हैं।
भूगोल वह विज्ञान है जिसमें पृथ्वी और अन्य खगोलीय पिंडों का अध्ययन करते है। पृथ्वी के ऊपरी स्वरूप और उसके प्राकृतिक विभागों (जैसे पहाङ, महादेश, देश, नगर, नदी, समुद्र, झील, वन आदि) का ज्ञान होता है।

भूगोल की मुख्य शाखाएं:
  • भौतिक भूगोल (Physical Geography)
  • जैव भूगोल (Bio-Geography)
  • तटीय भूगोल (Coastal Geography)
  • ग्लेसिओलॉजी (Glaciology)
  • भूमंडल नापने का शास्त्र (Geodesy)
  • भू- आकृति विज्ञान (Geomorphology)
  • पर्यावरण प्रबंधन (Environmental Management)
  • औशेयनोग्रफी (Oceanography)
  • चतुष्कोणीय विज्ञान (Quaternary Science)
  • पालयोगोग्राफी (Paleogeography)
  • लैंडस्केप ईकोलॉजी (Landscape Ecology)
  • जलवायु और मौसम भूगोल (Climatology & Meteorology)
  • मिट्टी – संबंधी विद्या (Palaeogeography)
  • जल विज्ञान और हैड्रोग्राफी (Hydrology & Hydrography)
मानव भुगोल (Human Geography)
  • आर्थिक भूगोल (Economic Geography)
  • सांस्कृतिक भूगोल (Cultural Geography)
  • विकास भूगोल (Development)
  • ऐतिहासिक और समय भूगोल (Historical & Time Geography)
  • स्वास्थ भूगोल (Health Geography)
  • शहरी भूगोल (Urban Geography)
  • जनसंख्या भूगोल या जनसांख्यिकी (Population Geography or Demography)
  • राजनीतिक भूगोल और भू राजनीति (Political Geography & Geopolitics)
  • सामाजिक भूगोल (Social Geography)
  • धर्म भूगोल (Religion Geography)
  • पर्यटन भूगोल (Tourism Geography)
  • परिवहन भूगोल (Transportation Geography)
एकीकृत भूगोल

एकीकृत भूगोल (पर्यावरण भूगोल या मानव पर्यावरण भूगोल की शाखा है) भूगोल का वर्णन करता है और बताता हैं स्थानिक मानव व्यक्तियों या समाजों और उनके प्राकृतिक वातावरण के बीच संबंधों को। एकीकृत भूगोल का मतलब मनुष्यों और प्राकृतिक दुनिया के बीच स्थानिक बातचीत के वर्णन करना होता है।

जियोमैटिक्स

जियोमैटिक्स का संबंध कंप्युटर से है जिसमें कार्टोग्राफी और टोपोग्राफी में इस्तेमाल की जाने वाली तकनीकों से है।

क्षेत्रीय भूगोल

क्षेत्रीय भूगोल भूगोल की एक शाखा है जो दुनिया के क्षेत्रों का अध्ययन करती है। क्षेत्रीय भूगोल उनके संस्कृति, अर्थव्यवस्था, स्थलाकृति, जलवायु, राजनीति और पर्यावरणीय कारकों जैसे वनस्पतियों और जीवों की विभिन्न प्रजातियों से संबंधित स्थानों की विशिष्ट विशिष्ट विशेषताओं का अध्ययन करता है। क्षेत्रीय भूगोल भी स्थानों के बीच विशिष्ट सीमाओं का अध्ययन करता है।

1. मानव भूगोल का जनक कौन है?

कार्ल रिटर मानव भूगोल के जनक है।

2. भारत के भूगोल के जनक कौन है?

जेम्स रेनेल (James Rennell) भारत के भूगोल के जनक है।

3. भौतिक भूगोल का जनक कौन है?

पोलिडोनियन भौतिक भूगोल के जनक है।

4. भूगोल की खोज किसने की थी?

हिकैटियस (500 ईसा पूर्व) भूगोल की खोज की थी।

5. आधुनिक मानव भूगोल का पिता कौन है?

कार्ल रिटर आधुनिक मानव भूगोल के पिता है।

6. आधुनिक भूगोल का पिता कौन है?

अलेक्जेंडर वॉन हंबोल्ट (Alexander Von Humboldt) आधुनिक भूगोल के पिता है।

7. भूगोल की माता कौन है?

भूगोल के माता के रूप में किसी को नहीं जाना जाता।

8. मानव भूगोल कितने प्रकार के होते हैं?

मानव भूगोल निम्न प्रकार के होते है-

  • मानवविज्ञान भूगोल
  • आर्थिक भूगोल
  • सांस्कृतिक भूगोल
  • राजनीतिक भूगोल
  • सामाजिक भूगोल
  • ऐतिहासिक और समय भूगोल
  • जनसंख्या भूगोल या जनसांख्यिकी
  • अधिवास भूगोल

निष्कर्ष 

इस पोस्ट के माध्यम से हमने मानव भूगोल के जनक को जाने। साथ ही उनके जीवन से जुड़ी कुछ बातों को जाने। manav bhugol ke janak के साथ भूगोल की जुड़ी कई जानकारी को जाने। उम्मीद है आपको यह पोस्ट पसंद आया होगा। एसे ओर पोस्ट देखने के लिए class-9.com पर आए।

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